जीनियस ग्लोबल स्कूल में मदर डे ग्रैंड फिनाले की धूम

Read Time:4 Minute, 7 Second

सोलन शहर के आनंद विहार स्थित जीनियस ग्लोबल स्कूल में मदर-डे सेलिब्रेशन का ग्रेंड फिनाले शनिवार को संपन्न हुआ। शुक्रिया मां थीम पर आधारित ग्रेंड फिनाले में एमडी नीति शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। जबकि डायरेक्टर भुवनेश्वरी शर्मा, पायल तोमर, बबली वर्मा व पूजा खासतौर पर मौजूद रही।

फिनाले का शुभारंभ छोटे बच्चों के वेलकम डांस से हुआ। उसके पश्चात फिनाले के सबसे आकर्षक प्रतियोगिता सुपर मॉम शुरू हुई। इस प्रतियोगिता में निधि मित्तल पहले स्थान पर रही। जबकि ज्योति दूसरे और अलका तीसरे स्थान पर रही। ललिता और आशा को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।

जीनियस टेलेंट क्वीन रेट्रो लुक में ज्योति पहले स्थान पर रही। जबकि प्रीती दूसरे और मरयम तीसरे स्थान पर रही है। जीनियस टेलेंट क्वीन ( ब्राईडल लुक ) में निताशा पहले पूजा दूसरे और ललिता तीसरे स्थान पर रही है। जबकि आशा और शिपाली को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया।

जीनियस क्रिएटिव क्वीन ज्योति पहले स्थान पर सुषमा दूसरे और बबिता तीसरे स्थान पर रही। जबकि ईशा को सांत्वना पुरस्कार दिया। जीनियस मोस्ट पॉपुलर रील अवार्ड में आदिति ठाकुर ने बाज़ी मारी। दूसरे स्थान पर ज्योति और तीसरे स्थान पर निताशा चौहान तो चौथे स्थान पर मीनाक्षी ने अपनी जगह बनाई है।

जीनियस मोस्ट फोटोजेनिक अवार्ड में सुनीता पहले निताशा दूसरे तो मीनाक्षी बंसल तीसरे स्थान पर रही। जबाकि सविता देवी को सांत्वना पुरस्कार मिला। इसके अलावा जीनियस सुपर शेफ प्रीति ने पहला स्थान झटका है। बबीता ने दूसरा स्थान तो दीपिका ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। ज्योति को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। 

स्कूल मैनेजिंग डायरेक्टर नीति शर्मा ने कहा की बच्चों के लिए एक मजबूत नींव के निर्माण में माता पिता की अहम भूमिका होती है। जब हमारी मां बहुत टेलेंटिड होती है तो स्वाभाविक है की बच्चों की नींव स्ट्रॉन्ग हो जाती है।

मदर-डे आयोजित करने का मकसद मातृशक्ति को प्लेटफॉर्म तैयार करना है। ताकि मातृशक्ति अपनी छुपी प्रतिभा को बाहर ला सके। इस वर्ष भी ग्रेंड फिनाले शानदार ढंग से मनाया गया। सेलिब्रेशन सप्ताह भर चला। ग्रेंड फिनाले से पूर्व विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।

जिसमें कुकिंग, सोलो डांस, सुपर मॉम, बेस्ट रील्स, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट, मोस्ट फोटोजनिक के अलावा कई तरह की प्रदर्शनी लगाई गई। कुकिंग में 18 माताओं ने लज़ीज़ व्यंजन जैसे पूड़े, खीर, चटनी, इडली डोसा, मलाई कोफ्ता, केक, मूंग दाल हलवा, मोमोज, गोल गप्पे, चना भटूरा, सिड्डू सहित कई प्रकार के शेक व जूस परोसे। इसके अलावा बच्चों की प्रस्तुतियां व गेम्स ने मदर-डे को और भी खास बनाया।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
Previous post माँ शूलिनी सेवा ट्रस्ट ने लगाया फ्री होम्योपैथी एवं फिजियोथेरेपी चिकित्सा शिविर
Next post शिक्षक तो पढ़ा रहे हैं, लेकिन क्या बच्चे सीख भी रहे हैं? अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)
Close