डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने बद्दी में प्रदेश की प्रथम दवा परीक्षण प्रयोगशाला का कार्य एक माह में पूरा करने के दिए निर्देश
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने आज दून विधानसभा क्षेत्र के बद्दी में प्रदेश की प्रथम दवा परीक्षण प्रयोगशाला का निरीक्षण किया।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बद्दी को एशिया में सबसे बड़े फार्मा हब के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र में लगभग 600 फार्मा उद्योग क्रियान्वित है। इन उद्योगों में देश की लगभग 35 प्रतिशत दवाओं का निर्माण होता है।
डाॅ. शांडिल ने कहा कि दवा परीक्षण प्रयोगशाला का निर्माण 35 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लैब का कार्य अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि यह प्रयोगशाला हिमाचल प्रदेश में दवाओं का परीक्षण करने वाली पहली प्रयोगशाला होगी। इसके शुरू होने से दवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब दवाईयों के परीक्षण के लिए किसी और राज्य में भेजने की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक से दवा परीक्षण प्रयोगशाला बद्दी में दवाइयों का परीक्षण किया जाएगा। इससे जहां समय की बचत होगी वहीं शीघ्र परीक्षण के परिणाम मिलने से दवा उत्पादन में तेजी आएगी।
उन्होंने कहा कि इस प्रयोगशाला के बनने से प्रति माह लगभग 450 दवाओं का परीक्षण सुनिश्चित होगी और दवाओं की जांच की रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध होगी। एक साल में 05 हजार से अधिक दवाओं का परीक्षण संभव होगा। डाॅ. शांडिल ने संबंधित अधिकारियों को एक माह के भीतर प्रयोगशाला का निर्माण पूर्ण करने व उपकरण स्थापित करने के निर्देश दिए। इससे पूर्व, उन्होंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय बद्दी में स्थित शहीदी स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी की। बैठक में उन्होंने क्षेत्र की कानून व्यवस्था के बारे में चर्चा की और पुलिस अधीक्षक कार्यालय बद्दी का निरीक्षण भी किया। डाॅ. शांडिल ने बद्दी पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि बद्दी पुलिस द्वारा कार्यन्वित किया जा रहा जागृति कार्यक्रम महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने में अहम भूमिका निभा रहा है।