डाॅ. शांडिल ने किया 14वीं ज़िला आईटीआई खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता का शुभारम्भ
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने आज सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में 14वीं ज़िला स्तरीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया।डाॅ. शांडिल ने इस अवसर पर छात्रों का आह्वान किया कि वह कठिन परिश्रम और दृढ़ता के साथ कार्य कर अपना लक्ष्य प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि युवाओं को सदैव यह स्मरण रखना होगा कि कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता और परिश्रम के साथ व्यक्ति प्रत्येक कार्य में निपुण बन सकता है।
श्रम एवं रोज़गार मंत्री ने कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान युवाओं को रोज़गार एवं स्वरोज़गार का बेहतर साधन प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आई.टी.आई में ऐसे पाठ्यक्रम आरम्भ करने जा रही है जो युवाओं को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करेंगे। सोलन और नालागढ़ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में कौशल विकास निगम के माध्यम से ड्रोन सर्विस टेकनिश्यिन पाठ्यक्रम चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम युवाओं को बेहतर रोज़गार व स्वरोज़गार प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के बेरोज़गार युवाओं को उनकी योग्यता के अनुरूप रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में 03 मई, 2023 को मैगा रोज़गार मेले का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि अपनी शैक्षणिक योग्यता के अनुरूप इस रोज़गार मेले में भाग लेकर बेहतर रोज़गार प्राप्त करें।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश सरकार निराश्रित बच्चों के साथ-साथ बेसहारा महिलाओं के सुख व आश्रय के लिए सुखाश्रय योजना आरम्भ की है।
वर्तमान सरकार के इस फैसले से हिमाचल प्रदेश में जहां हजारों बेसहारा बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च सरकार वहन करेगी, वहीं 27 वर्ष तक इनका पूरा खर्च भी उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इन निराश्रितों की एक अभिभावक के रूप में परवरिश भी करेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत एकल नारी को आवास निर्माण के लिए 1.50 लाख रुपये उपलब्ध करवाए जाएंगे। डाॅ. शाडिल ने इस अवसर पर युवाओं से आग्रह किया कि वह नशे से दूर रहें और खेलों के माध्यम से अपनी ऊर्जा को सही दिशा प्रदान करें। डाॅ. शांडिल ने प्रतियोगिता के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 21 हजार रुपये देने की घोषणा की।