समुराई कराटे-डू शीतोरियू इंडिया की वार्षिक ग्रेडिंग संपन्न-तीन खिलाड़ियों ने हासिल की ब्राउन बेल्ट
समुराई कराटे-डू शीतोरियू इंडिया की ओर से रविवार को धर्मपुर में कराटे ग्रेडिंग का आयोजन किया गया। शिहान संजीव ठाकुर की देखरेख में आयोजित इस ग्रेडिंग में जिला के कुल 20 कराटे खिलाड़ियों ने खूब पसीना बहाया। एग्जामिनर विक्रांत ठाकुर ने बताया की करीब तीन घन्टे चली इस ग्रेडिंग में खिलाड़ियों ने बेसिक कराटे, कुमिते (फाइट), की एक से बढ़कर एक तकनीक का मुजायरा किया। ठाकुर ने बताया की नमिश बंसल, काजल बसनेट व प्रज्ञानशी ने ब्राउन बेल्ट हासिल की।
इसके अलावा रक्षित ठाकुर व नीरज ठाकुर ने पर्पल बेल्ट, आरुषि राणा, गायत्री राणा, शारवी गुप्ता व प्रणय ने ग्रीन बेल्ट, जागृति, लक्ष्मी, अनन्या व शौर्य ने ऑरेंज बेल्ट, हर्शाली, शाश्वत, दिव्यांश गुप्ता, दिव्यांश, सक्षम, उदित व सावी ने येलो बेल्ट हासिल की। विक्रांत ने बताया की शिहान संजीव कराटे अकादमी में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए लड़कियों को कराटे कला के प्रति प्रेरित किया जाता है। यही वजह है कि अकादमी में लड़कियों की संख्या हमेशा ज्यादा रहती है।
उन्होंने बताया की आज का युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में फंसता जा रहा है ऐसे में कराटे जैसे आर्ट का अभ्यास बेहद लाभकारी है। उन्होंने बताया की इस अकादमी से एक से बढ़कर एक कराटे खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी काबिलियत का लोहा मनवा चुके है। साल बाद होती ग्रेडिंग में केवल चुनिंदा खिलाड़ियों को ग्रेडिंग में उतारा जाता है।
कराटे ग्रेडिंग में हिस्सा लेने वाली शरवी ने बताया की करीब एक साल से कराटे सीख रही है। इस कला को सीखने से पहले खुद को डरी हुई व कमजोर महसूस करती थी। लेकिन अब एक अलग कॉन्फिडेंस आया है। खुद को शारिरिक रूप से तो स्ट्रांग महसूस कर ही रही है मानसिक विकास में भी फायदा पहुंच रहा है। नमिश बंसल ने बताया कि कराते सीखने से पहले हर समय सुस्ती महसूस होती थी।
अब स्फूर्ति का एहसास होता है। प्रणय मुंशी ने बताया की कराटे सीखने के लिए ममी पापा ने प्रेरित किया। आज कराटे सीखने से हर समय फिट महसूस होता है। शिहान संजीव ठाकुर ने सभी खिलाड़ियों को बेल्ट हासिल करने पर बधाई व भविष्य की शुभकामनाएं दी।