शिक्षक तो पढ़ा रहे हैं, लेकिन क्या बच्चे सीख भी रहे हैं? अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)
शिक्षा का मतलब कभी-भी किसी खाली पात्र में जल भरने तक ही सीमित नहीं रहा है। महान अर्थशास्त्री तथा नोबेल...
वर्तमान में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों की प्रासंगिकता
भारत राष्ट्र के निर्माण को दिशा देने में विभिन्न महान विभूतियों की भूमिका रही है। ऐसे ही एक महान नेता...
भारत विभाजन विभीषिका दिवस एवं अखंड भारत संकल्प
हम स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे कर चुके हैं और स्वतंत्रता के इस काल को अमृत महोत्सव के रूप में...
समान नागरिक संहिता को हिंदू मुस्लिम के भाव से ना देखें
भारत: के विधि आयोग ने देश में समान नागरिक संहिता कानून को लागू करने के लिए सभी धार्मिक पक्षों से...