राहुल गांधी के समर्थन में सीएम सुखविंदर सिंह ठाकुर सहित कांग्रेस नेताओं ने शिमला में निकाला कैंडल मार्च
लोकसभा में राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने पर देश भर में जहां कांग्रेस सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रही है वहीं रविवार को कांग्रेस नेता शिमला में सत्याग्रह पर बैठे। राजधानी शिमला में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष कांग्रेस ने सत्यग्रह किया जिसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह, हर्षवर्धन और अनिरुद्ध सिंह सहित कांग्रेस के कई नेता शामिल हुए। जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में कैंडल मार्च भी निकाली। राहुल गांधी की लोकसभा में सदस्यता रद्द करने के विरोध में निकाली गई कैंडल मार्च रिज मैदान पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा से शुरू की गई और माल रोड से होते हुए लिफ्ट तक निकाली गई। इस दौरान काफी तेज बारिश शुरू हो गई और बारिश के बीच में ही मुख्यमंत्री कैंडल मार्च करते हुए जब तक पहुंचे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हजारों साल की गुलामी के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश मे लोकतंत्र स्थापित किया था लेकिन आज लोकतंत्र खतरे में है। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता षड्यंत्र के तहत रद्द की गई। जिसे लेकर आज महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे बैठकर विरोध जताया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र सरकार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने राजनीतिक षड्यंत्र के तहत राहुल गांधी को दोषी करार देकर 24 घंटे के भीतर ही उनकी सदस्यता रद्द की है। जो कि लोकतंत्र की हत्या है राहुल गांधी एक सांसद ही नहीं बल्कि विपक्षी पार्टी का नेतृत्व भी करते हैं । मोदी सरकार लोकसभा के अंदर उनकी आवाज को दबाना चाहती है लेकिन जनता के बीच में उनकी आवाज को कोई नहीं दबा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा की उससे भाजपा पूरी तरह से घबरा गई है और राहुल गांधी को रोकने के लिए केंद्र सरकार इस तरह के हथकंडे अपना रही है इसलिए षड्यंत्र के तहत उनकी सदस्यता रद्द की गई ।