मेले एवं त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति एवं परम्पराओं के परिचायक – डॉ. शांडिल

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स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि मेले एवं त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति एवं परम्पराओं के परिचायक है। डॉ. शांडिल गत सांय सोलन की ग्राम पंचायत सन्होल के गांव मतीवल में दो दिवसीय बिजेश्वर महाराज मेले के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

डॉ. शांडिल ने कहा कि मेले एवं त्यौहार हमारी परम्पराओं और संस्कृति की धरोहर को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी का यह दायित्व है कि वो अपनी धरोहर को संजोए रखें। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्मरण रखना होगा कि अपनी परम्पराओं, संस्कृतिक और हस्तशिल्प को संरक्षित रख ही विकास के मार्ग पर सशक्त कदम बढ़ाए जा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को बेहतर और उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक स्वास्थ्य संस्थान को ‘आदर्श स्वास्थ्य संस्थान’ के रूप में विकसित करेगी। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों में विभिन्न विशेषज्ञों और अन्य स्टाफ सहित लैबोरेटरी जांच की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएगी।इस अवसर पर कुश्ती का आयोजन भी किया गया।

उन्होंने सामुदायिक भवन मतीवल के निर्माण के लिए 02 लाख रुपए तथा महिला मण्डल मतीवल भवन की चारदीवारी के निर्माण के लिए 1.50 लाख रुपए देने की घोषणा की।उन्होंने मेला प्रबन्धक समिति मतीवल को अपनी ऐच्छिक निधि से 11 हजार रुपए देने की घोषणा भी की।

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