प्रदेश सरकार का सांस्कृतिक संरक्षण के माध्यम से पर्यटन क्षेत्र के विस्तार और आर्थिक सुदृढ़ीकरण पर बल – संजय अवस्थी

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मुख्य संसदीय सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, लोक निर्माण तथा सूचना एंव जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी ने कहा कि मेलों एवं त्यौहारों की परम्परा हमें संस्कृति और इतिहास की गहन जानकारी प्रदान कर भविष्य को बेहतर बनाने में सहायता करती है। संजय अवस्थी गत रात्रि सोलन ज़िला के अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बातल में दो दिवसीय दशहरा मेला की प्रथम सांस्कृतिक सन्ध्या को सम्बोधित कर रहे थे। संजय अवस्थी ने कहा कि हमारी समृद्ध संस्कृति और हस्तशिल्प समय के साथ यथावत है और इनके संरक्षण में बेहतर भविष्य निहित है।

उन्होंने कहा कि संस्कृति और परम्पराएं तथा हस्तशिल्प में समय के साथ बदलाव होते हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित बनाना होगा कि संस्कृति का मूल स्वरूप बना रहे। संस्कृति, परम्परा तथा हस्तशिल्प को संजोकर न केवल पर्यटन क्षेत्र को नए आयाम दिए जा सकते हैं बल्कि आर्थिक बेहतरी भी प्राप्त की जा सकती है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सांस्कृतिक संरक्षण के माध्यम से पर्यटन क्षेत्र के विस्तार और आर्थिकी की मज़बूती पर बल दे रही है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि अपनी समृद्ध विरासत को सहेज कर रखने में सकारात्मक भूमिका निभाएं। उन्होंने युवाओं से नशे से दूर रहने का आग्रह भी किया।

 उन्होंने सभी को विजयदश्मी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान राम भारतीय चेतना के कारक हैं और उनके द्वारा स्थापित मार्ग का अनुसरण करना हम सभी का कर्त्वय है। उन्होंने दो दिवसीय बातल दश्हरा मेले की भी सभी क्षेत्रवासियों को बधाई दी। संजय अवस्थी ने इस अवसर पर बातल में मंच निर्माण कार्य के लिए 1.50 लाख रुपए, युवक मंडल बातल के भवन निर्माण कार्य के लिए 1 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की तथा भविष्य में आकलन अनुसार समुचित धनराशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।

उन्होंने महिला मंडल शिवरी के भवन निर्माण कार्य के लिए 1 लाख रुपए, पोखटू सामुदायिक भवन निर्माण कार्य के लिए 1 लाख रुपए व आयोजन समिति को 31000 रुपये देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की अन्य मांगों को चरणबद्ध आधार पर पूरा किया जाएगा।मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि ग्राम पंचायत बातल के लिए मल निकासी योजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर ली गई है तथा शीघ्र ही इसका कार्य आरम्भ किया जाएगा।

उन्होंने क्षेत्र में कचरा प्रबन्धन की आवश्यकता पर भी बल दिया।   उन्होंने इस अवसर पर कबड्डी और वॉलीबाल के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया।  कबड्डी में धुन्धन की टीम विजेता और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला की टीम उप विजेता रही। विजेता, उप विजेता टीम को क्रमशः 5100 रुपए और 3100 रुपए नगद पुरस्कार के साथ ट्राफी व वॉलीबाल की विजेता पट्टा बरौरी व उप विजेता कुठार की टीमों को 5100 रुपए तथा 3100 रुपए के नगद पुरस्कार के साथ ट्राफी प्रदान की गई। दो दिवसीय दशहरा मेला बातल की प्रथम सांस्कृतिक सन्ध्या में स्थानीय एवं अन्य कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दी।

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